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रविवार, 18 सितंबर 2011

"आओ ज्ञान बढ़ाएँ-पहेली:100" (श्रीमती अमर भारती)


अमर भारती साप्ताहिक पहेली-100
में आप सबका स्वागत है!
निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए!
1- काव्य की आत्मा किसे कहा जाता है?
2- काव्य का भूषण किसे कहा जाता है?
3- छन्द के प्रमुख अंग कौन-कौन से होते हैं?
4- जयशंकर प्रसाद का वह कौन सा उपन्यास है,
जिसे वे पूरा नहीं कर पाये?
5- दिल्ली से पहले भारत की राजधानी कहाँ थी?
उत्तर देने का समय


उत्तर प्रकाशित करने में
25 सितम्बर, 2011, सायं 5 बजे तक!
हमारी टीम को 15 दिनों का समय लग जाएगा!
जिसमें आद्योपान्त लेखा-जोखा निकाल कर ही
परिणाम दिये जाएँगे।
पहेली नं. 100 का सही उत्तर देने वालों को
ब्लॉगश्री की मानद उपाधि से
अलंकृत किया जाएगा!
पहेली के विजेताओं को
ऑनलाइन प्रमाणपत्र भी दिया जायेगा!

22 टिप्‍पणियां:

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

1- काव्य की आत्मा किसे कहा जाता है?

उत्तर - रस को काव्य की आत्मा कहा जाता है

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

3- छन्द के प्रमुख अंग कौन-कौन से होते हैं?

उत्तर - छंद के अंग निम्नलिखित हैं?

1 - चरण/ पद/ पाद
2 - वर्ण और मात्रा
3 - संख्या और क्रम
4 - गण
5 - गति
6 - यति/ विराम
7 - तुक

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

5- दिल्ली से पहले भारत की राजधानी कहाँ थी?
उत्तर - कलकत्ता
दिल्ली से पहले अंगेजो की राजधानी कलकत्ता थी ... भारत का इतिहास बहुत लम्बा हे अलग अल्ग समय मे अलग अलग राज्य मे अलग अल्ग राजधानी थी

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

4- जयशंकर प्रसाद का वह कौन सा उपन्यास है,
जिसे वे पूरा नहीं कर पाये?

उत्तर - इरावती
जयशंकर प्रसाद का अपूर्ण उपन्यास जिसका प्रकाशन उनकी मृत्यु के बाद 1940 ई. में हुआ।

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

1- काव्य की आत्मा किसे कहा जाता है?

उत्तर - "काव्यालंकारसूत्र" में रीति को स्पष्ट शब्दों में काव्य की आत्मा माना है

Darshan Lal Baweja ने कहा…

१०० वी पहेली की बधाईयाँ

Darshan Lal Baweja ने कहा…

उत्तर:
१. रस काव्य की आत्मा है
.
.
२. काव्य का आभूषण है अलंकार
.
..
.
३. छंद के निम्नलिखित अंग होते हैं -
गति
यति
तुक
मात्रा
गण
.
.
.
४.जय शंकर प्रसाद का अधूरा उपन्यास इरावती था
.
.
.
५.कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता)ब्रिटिश काल

Darshan Lal Baweja ने कहा…

जवाब भेज दिया है कोई गलती हो तो बता देना जी
आज तो बहुत मेहनत की
अच्छी पहेली थी
काफी ज्ञान अर्जन हुआ
आपका हिंदी प्रचार का उद्देश्य सफल हुआ
शुभकामनाओं सहित
आपका ब्लोगर साथी
दर्शन बवेजा

Asha Lata Saxena ने कहा…

पहेली १०० के उत्तर -
१-रस
२भूषण
३ छन्दके प्रमुख अंग ७ हैं
चरण ,वर्ण औरमात्रा,संख्या और क्रम ,
गण ,
यति/विराम ,तुक |
४ इरावती {उपन्यास )
५भारत की राजधानी का नाम था इन्द्रप्रस्थ

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

1- काव्य की आत्मा किसे कहा जाता है?
Ans.अलंकार

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

2- काव्य का भूषण किसे कहा जाता है?
उत्तर :- महाकवि बिहारीलाल

********************

3- छन्द के प्रमुख अंग कौन-कौन से होते हैं?
उत्तर :- छन्द के प्रमुख दो अंग होते है !

1 यातिक छन्द
2 मात्रिक छन्द

छन्द के अंग निम्नलिखित होते हैं!
1 चरण/ पद/ पाद
2 वर्ण और मात्रा
3 संख्या और क्रम
4 गण
5 गति
6 यति/ विराम
7 तुक
*****************
4- जयशंकर प्रसाद का वह कौन सा उपन्यास है,
जिसे वे पूरा नहीं कर पाये?

उत्तर :- इरावती

************

5- दिल्ली से पहले भारत की राजधानी कहाँ थी?

उत्तर :- कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता)
उसके बाद आगरा थी!

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

अमर भारती पहेली की संचालिका श्रीमती अमर भारतीजी और आयोजक डॉ.रूपचन्द्र शास्त्रीजी का बहुत बहुत आभार
सभी विजेताओं को पहले ही बहुत बहुत बधाई

सवाई आगरा

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ.

आदरणीय श्री डॉ.रूपचन्द्र शास्त्रीजी और श्रीमती अमर भारतीजी
आपका हमारे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
सवाई आगरा

Dr.Ajmal Khan ने कहा…

namshkar shastri ji, aap ko 100 viin paheli ke liye bahut bahut badhaii.

mere uttar ye hain-
1-kavya ki aatma 'RUS' hote hain.
2-kavya ka bhoosan "ALANKAAR " hote hain.
3-chhand ke pramukh ang hote hain-
charan, varn,matra, gun.
aur ye doo prakar ke hote hain-
matrik aur varnik.
4-jai shankar prasad ji ka upannyas jise voh poora nahi kar paye the woh hai- eravati.


5-ye sawal mujhe thoda confuse kar raha hai , mujhe samjh nahi aara aap ki samya ki baat kar rahe hain? plz thoda clean karne ka kasht karen.
dhanyabaad
dr ajmal khan lucknow.

smshindi By Sonu ने कहा…

100वी पहेली की बधाईयाँ!!

vidhya ने कहा…

100वी पहेली की बधाईयाँ!!

उत्तर-1 काव्य की आत्मा "रस" को माना गया है।

उत्तर-2 काव्य का भूषण "अलंकार" को माना गया है।

उत्तर-3 छन्द के प्रमुख अंग हैं-
गति
यति
तुक
मात्रा
गण

उत्तर-4 जयशंकर प्रसाद जी के उस उपन्यास का नाम "इरावती" है।
इनकी मृत्यु हो जाने के कारण यह उपन्यास अधूरा रह गया था।

उत्तर-5 "कोलकाता"

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " ने कहा…

अमर भारती साप्ताहिक पहेली:१००
......................................................
१-'भाव' को काव्य की आत्मा कहा जाता है |
२-'अलंकार' को काव्य का भूषण कहा जाता है |
३-छंद के प्रमुख अंग होते हैं;........यति , गति, और वर्ण या मात्रा विचार
४- प्रसाद जी का अधूरा उपन्यास......... .'तितली'
५- 'कलकत्ता' भारत की राजधानी था दिल्ली से पहले |

नीरज द्विवेदी ने कहा…

इस पहेली के उत्तर इस प्रकार हैं:-

1- काव्य की आत्मा किसे कहा जाता है? कविता का भाव (रस)

2- काव्य का भूषण किसे कहा जाता है? अलंकार

3- छन्द के प्रमुख अंग कौन-कौन से होते हैं?
तीन अंग होते हैं जो क्रमशः हैं-
अ. अक्षरों और मात्राओं का विशेष संघटन
ब. गति और यति के नियमों का पालन
स. तुकबंदी (चरण के अंत की समता)

4- जयशंकर प्रसाद का वह कौन सा उपन्यास है,
जिसे वे पूरा नहीं कर पाये? इरावती

5- दिल्ली से पहले भारत की राजधानी कहाँ थी? कलकत्ता

yogendra ने कहा…

100वी पहेली की बधाईयाँ!

कविता रावत ने कहा…

आपको नवरात्रि और जन्मदिन की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें..

Darshan Lal Baweja ने कहा…

जन्मदिन की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें..

smshindi By Sonu ने कहा…

जन्मदिन की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें..

चुराइए मत! अनुमति लेकर छापिए!!

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