जालजगत् के भवसागर में डूबते-उतराते हुए पहेली का 100वाँ पड़ाव भी आया! दीपावली के प्रकाश पर्व पर साहित्य शारदा मंच, खटीमा (उत्तराखण्ड) के सौजन्य से मैं डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक" और श्रीमती अमर भारती उपहार स्वरूप निम्न सम्मानपत्र प्रमाण पत्र के रूप में भेट कर रहे हैं! सबसे पहले इसके बाद तथा सभी प्रतिभागियों को को हार्दिक शुभकामनाएँ! -0-0-0- उपरोक्त प्रमाणपत्र आपकी सम्पत्ति है। कृपया इन्हें स्वीकार करें! -0-0-0- प्रकाश पर्व दीपावली की शुभकामनाओं सहित- - श्रीमती अमर भारती एवं - डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक" दिनांक-25 अक्टूबर, 2011 |
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मंगलवार, 25 अक्तूबर 2011
"परिणाम" (दीपावली का उपहार)-श्रीमती अमर भारती
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