tag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post2195170945846167518..comments2023-09-28T20:52:57.485+05:30Comments on रूप 'मयंक' एवं अमर भारती : गीत "कैसे बचे यहाँ गौरय्या!" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')श्रीमती अमर भारतीhttp://www.blogger.com/profile/01354949937885429337noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-21556352705671823592021-08-04T23:33:27.101+05:302021-08-04T23:33:27.101+05:30बहुत सुंदर अभिव्यक्तिबहुत सुंदर अभिव्यक्तिBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-17413287047006336472021-08-04T21:25:31.361+05:302021-08-04T21:25:31.361+05:30बहुत सटीक सार्थक बातें कविता के माध्यम से ।
सुंदर ...बहुत सटीक सार्थक बातें कविता के माध्यम से ।<br />सुंदर सृजन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-41417409347221999822021-08-04T12:36:33.017+05:302021-08-04T12:36:33.017+05:30अनुपम लेखन। अनुपम लेखन। PRAKRITI DARSHANhttps://www.blogger.com/profile/10412459838166453272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-9744694014884289472021-08-04T07:34:05.739+05:302021-08-04T07:34:05.739+05:30अन्न उगाने के लालच में,
ज़हर भरी हम खाद लगाते,
खाक...अन्न उगाने के लालच में,<br />ज़हर भरी हम खाद लगाते,<br />खाकर जहरीले भोजन को,<br />रोगों को हम पास बुलाते,<br />एकदम सही कहा आपने सर ऐसा ही होता है हम लोग अधिक उपज की लालच में जहरली दवाओं का इस्तेमाल बेजिझक करते हैं एक बार भी अन्य जीव- जन्तु के बारे में नहीं सोचते हैं<br />याथर्थ स्थिति को बयां करती बहुत ही प्यारी रचना! Manisha Goswamihttps://www.blogger.com/profile/10646619362412419141noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-2620311951531774812021-02-04T20:15:02.964+05:302021-02-04T20:15:02.964+05:30आधुनिकता की भेट चढ गए, जंगल खेत खलिहान..
घर भी छीन...आधुनिकता की भेट चढ गए, जंगल खेत खलिहान..<br />घर भी छीन लिए जीवों के..ये कैसा उत्थान ??<br /><br />बहुत सुंदर गीत है..आपका<br />सादर प्रणाममन जैसा कुछhttps://www.blogger.com/profile/03267889928959025169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-55080528513432353622020-05-27T04:18:40.021+05:302020-05-27T04:18:40.021+05:30डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'जी
सादर नमस्... डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'जी <br />सादर नमस्ते <br /><br />खेतों में विष भरा हुआ है,<br />ज़हरीले हैं ताल-तलय्या।<br />दाना-दुनका खाने वाली,<br /><br /> सटीक बात कही आपने। . किसान बेचारा पैदावार बढ़ाकर कुछ और पासी कमाने के चक्क्र में पढ़ चूका हैं। .. वो भी क्या करे ...हम्म्म <br />कड़वी और सार्थक रचना <br /><br /><br />अपनी लेखन को हम सब से साझा करने के लिए आभार <br /><br /><br />कोविड -१९ के इस समय में अपने और अपने परिवार जनो का ख्याल रखें। .स्वस्थ रहे।VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-16691373522690996372018-01-19T21:02:24.548+05:302018-01-19T21:02:24.548+05:30सुन्दर सृजनसुन्दर सृजनradha tiwari( radhegopal)https://www.blogger.com/profile/09630389878761098417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-34560942114077244112017-09-20T10:27:32.009+05:302017-09-20T10:27:32.009+05:30वाह बहुत खूब बेहतरीन रचनात्मक अभिव्यक्ति
वाह बहुत खूब बेहतरीन रचनात्मक अभिव्यक्ति <br />pushpendra dwivedihttps://www.blogger.com/profile/04998674402519036551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1720187731923710523.post-65268306524337341732017-03-21T21:18:46.543+05:302017-03-21T21:18:46.543+05:30बहुत सुन्दर गीत। बहुत सुन्दर गीत। जयन्ती प्रसाद शर्माhttps://www.blogger.com/profile/00822415597324856268noreply@blogger.com